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सुंदर और घने बालों के लिए प्राकृतिक घरेलू उपाय

Simple home remedies for healthy and beautiful hair

बदलती  जीवनशैली, असंतुलित आहार, प्रदूषण, हार्मोनल असंतुलन का सीधा असर बालों पर पड़ रहा है। साथ ही समय से पहले बालों का झड़ना, सफेद होना, डैंड्रफ, बालों का रूखापन जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं। वास्तव में, बालों की समस्याएं आपको बताती हैं कि आपका स्वास्थ्य कैसा है। इसलिए इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। सुंदर बाल न केवल सुंदरता बढ़ाते हैं बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं, इसलिए बालों के झड़ने का इलाज करने से पहले, बालों के झड़ने के पीछे के कारण को समझें और उसके बाद ही बालों के झड़ने पर उपाय करें। बालों को बाहरी देखभाल और आंतरिक देखभाल दोनों में इलाज करने की आवश्यकता होती है। इसलिए आज हम एक्सटर्नल केयर के बारे में जानकारी जानने जा रहे हैं। जो प्राकृतिक, घरेलू और सरल समाधान हैं जिन्हें हम बहुत आसानी से कर सकते हैं।

  • एलोवेरा:

एलोवेरा एक जड़ी बूटी है। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए एलोवेरा का इस्तेमाल किया जाता है। विटामिन और मिनरल्स से भरपूर यह एलोवेरा बालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। एलोवेरा में प्रोटीओलाइटिक होते हैं जो scalps से मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद करते हैं। एलोवेरा में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई और बी-12 होता है, जो बालों की अच्छी ग्रोथ को बढ़ावा देता है और बालों में नमी को बरकरार रखता है। एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। सिर में खुजली, डैंड्रफ, बाल रूखे होने पर एलोवेरो जेल लगाने से बालों को मुलायम और चमकदार बनाने में मदद मिलती है।

  • मेथी दाना:
मेथी में निकोटिनिक एसिड और प्रोटीन होता है जो बालों की अच्छी ग्रोथ में मदद करता है। मेथी के बीज नए बालों के लिए उपयोगी होते हैं। मेथी के दानों में आयरन, जिंक, प्रोटीन होता है। ये तत्व पोषक तत्वों की कमी की भरपाई करते हैं। इसलिए घने बाल पाने के लिए मेथी दाना बहुत फायदेमंद होता है। मेथी पाउडर बनाकर नारियल तेल में डालकर बालों में लगाया जा सकता है। रूखी त्वचा, फंगल इंफेक्शन बालों से डैंड्रफ को दूर करने के लिए मेथी का तेल बहुत ही फायदेमंद उपाय है। बालों की समस्याओं के लिए मेथी का उपयोग कैसे किया जाता था इसका आयुर्वेद में भी उल्लेख मिलता है। मेथी में एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बालों के विकास में मदद करते हैं। मेथी के पाउडर को नारियल तेल और जैतून के तेल में उबाल कर फिर ठंडा करके इस मिश्रण को हफ्ते में दो बार लगाने से यह बालों के लिए जरूर फायदेमंद होता है। 
 
  • प्याज का रस:
प्याज के रस में सल्फर होता है, जो बालों की ग्रोथ के लिए फायदेमंद होता है। बड़ी-बड़ी हस्तियों ने भी इस बारे में बात की है कि, प्याज बालों के लिए कैसे फायदेमंद है। प्याज का रस बालों की जड़ों को पोषण देता है। प्याज में केटालेस (catalase) नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो बालों के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। प्याज हर घर में आसानी से मिल सकता है। और इसका जूस भी जल्दी से बनाया जा सकता है। प्याज में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, इसलिए स्कैल्प को किसी भी प्रकार के संक्रमण से बचाया जा सकता है। नारियल तेल, जैतून का तेल, अरंडी के तेल में से किसी भी तेल में प्याज का रस मिलाकर अगर बालों की मालिश की जाए तो बालों का पीएच लेवल बना रहता है। प्याज के रस से बालों के सफेद होने से लेकर बालों को मजबूत बनाने तक में फायदा होता है। अगर प्याज के रस से मालिश की जाए तो स्कैल्प पर ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है। प्याज का तेल एक प्राकृतिक कंडीशनर की तरह भी काम करता है और बालों को सूखा, खुरदरा नहीं बनाता है। हालांकि किचन में मौजूद प्याज आँखों मे पानी लाता है , जैसे यह खाने को फ्लेवर देता है उसी तरह इसके स्वास्थ्य लाभ बहोत सारे होते हैं । अगर आप अपने बालों को लंबा और घना बनाना चाहते हैं तो प्याज एक बेहतरीन उपाय है। प्याज में कैटालेज नामक एंजाइम होता है जो बालों को जड़ों से काला करने में मदद करता है जिन लोगों को एलर्जी है उन्हें विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार ही प्याज के रस का इस्तेमाल करना चाहिए। 
 
  • आंवला:

आयुर्वेद में आंवले को बहुत महत्व दिया गया है। आंवला स्कैल्प में मेलेनिन को बढ़ाने में मदद करता है। आंवला में विटामिन ई, विटामिन सी और टैनिन नामक गुण होते हैं जो बालों के विकास में मदद करते हैं। आंवला बालों के रोम (फोलिकल्स)पर ऑक्सीडेटिव तनाव के प्रभाव को कम करता है जिससे बालों का विकास तेजी से हो सकता है। कच्चे आंवले को बालों में लगाना एक प्रभावी तरीका है। आंवला में एंटीबैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये न सिर्फ बालों में डैंड्रफ को दूर करने में मदद करते हैं बल्कि बालों को घना, मजबूत, चमकदार भी बनाते हैं। भारत में कई जगहों पर आंवले के पेड़ और फल की पूजा की जाती है। आंवला शरीर के तीन दोषों कफ, पित्त, वात को दूर करता है। आंवले में फास्फोरस, आयरन, कैल्शियम जैसे मिनरल्स होते हैं जो बालों के अलावा स्वस्थ हड्डियों और मजबूत दांतों को बनाए रखने में मदद करते हैं। महंगी दवाएं, तेल और शैंपू वाली कंपनियां अपने उत्पादों में आंवला होने का दावा करती हैं। यदि आपके पास ताजा, कच्चा आंवला उपलब्ध है, तो यह कई गुना लाभ प्रदान कर सकता है। इसलिए आंवला का इस्तेमाल घर मे करना फायदेमंद है।

  • करी पत्ता:

करी पत्ते का इस्तेमाल आमतौर पर सब्जी को तड़का देने के लिए किया जाता है, जिस तरह इसकी सुगंध खाने का स्वाद बढ़ाती है, वैसे ही यह बालों के लिए भी रामबाण है। करी पत्ता विटामिन से भरपूर होता है, लेकिन साथ ही कैल्शियम, आयरन, फास्फोरस, पोटेशियम अमीनो एसिड और कई एंटीऑक्सीडेंट शरीर में कई समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। यहां तक कि कच्चा करी पत्ता खाने से भी शरीर को काफी लाभ मिलता है। लेकिन इसे तेल में मिलाकर लगाने से बालों के झड़ने की समस्या रुक सकती है। करी पत्ता स्कैल्प को मॉइश्चराइज करने के साथ-साथ डैंड्रफ को भी दूर करता है। प्रोटीन से भरपूर और बीटा कैरोटीन से भरपूर यह करी पत्ता न सिर्फ बालों के झड़ने और पतले होने की समस्याओं को दूर करता है, बल्कि बालों को लंबा बनाने में भी मदद करता है। मेथी, करी पत्ता और आंवला डालकर बनाया गया पेस्ट हम बालों को लगा सकते है। सरल उपाय यह है कि नारियल तेल में करी पत्ता डालकर तेल को गर्म करें और फिर इसे ठंडा करके स्टोर कर लें और हपते मे कम से कम दो बार इसका इस्तेमाल करने से बहोत अच्छा लाभ मिलता है। अगर बालों में बहुत ज्यादा डैंड्रफ है तो इसे दही में मिलाकर लगाने से डैंड्रफ भी दूर हो जाती है।

  • दही:
हम प्राचीन संस्कृतियों में दही का उपयोग देखते हैं। परीक्षा और इंटरव्यू में जाने से पहले आपकी मां हमेशा अपने हाथों पर दही और चीनी देती हैं। वास्तव में, इसके पीछे वैज्ञानिक कारण है। दही में ढेर सारे विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और पोषक तत्व होते हैं। दही स्कैल्प की समस्याओं को दूर करती हैं और बालों को मुलायम और मजबूत बनाने का काम भी करते हैं। लेकिन जिन लोगों को एलर्जी है उन्हें इसका इस्तेमाल विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही करना चाहिए।
 
  • नीम के पत्ते:

बालों में होने वाली डैंड्रफ से हैरान हैं तो नीम की पत्तियां रामबाण होंगी क्योंकि इन पत्तियों में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं। नीम के औषधीय गुणों के कारण सिर की त्वचा को पोषक तत्वों की गहरी आपूर्ति होती है। बाल धोते समय नीम की पत्तियों को पानी में उबाल लें। और अपने बालों को धोने के लिए उस पानी का उपयोग करें।

वहीं सरसों का तेल, रोजमेरी, शहद भी बालों की ग्रोथ के लिए उपयोगी होते हैं। यदि आप अपने बालों और Scalp को नियमित रूप से ठीक से साफ करते हैं तो आपको काफी हद तक बालों की समस्या नहीं होगी और तेल से सिर की मालिश करना भी जरूरी है। बालों को सुंदर और चमकदार दिखाने के लिए सप्ताह में कम से कम दो बार तेल से बालों की मालिश करें। मालिश करते समय तेल हल्का गर्म होना चाहिए। मालिश करने से सिर पर परिसंचरण में सुधार करने में मदद मिल सकती है। ऐसे में अगर आप प्राकृतिक रूप से बालों की देखभाल करेंगे तो बालों से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान नहीं करेंगी।

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